CG ke Rajkiya Pratik Chinh - छग के राजकीय प्रतीक चिन्ह pdf - GyAAnigk
तो कैसे हो आप सब लोग उम्मीद करता हूं ठीक ही होंगे,किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में लगभग 25 से 30% सामान्य ज्ञान(General Knowledge) और करंट अफेयर्स( Current Affairs) के प्रश्न होते हैं।
इसलिए, यदि आप एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो देश भर के शीर्ष कॉलेजों में admission लेना चाहते हैं या सरकारी नौकरी की किसी भी परीक्षा में सफल होना चाहते हैं, तो आपके लिए करंट अफेयर्स( Current Affairs) और सामान्य ज्ञान(General Knowledge) विषयों की जानकारी रहना बहुत जरूरी है।
आज के इस पोस्ट CG ke Rajkiya Pratik Chinh - छग के राजकीय प्रतीक चिन्ह pdf - GyAAnigk में हम छत्तीसगढ़ के राजकीय प्रतीक जैसे कि राजकीय वृक्ष, राजकीय पशु, राजकीय पक्षी, राजकीय भाषा, राजकीय फल, राजकीय खेल और राजकीय प्रतीक चिन्ह केेे बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
आज के सवाल कुछ इस प्रकार होंगे 👇🏻👇🏻
- छत्तीसगढ़ का राजकीय पक्षी क्या है?
- छत्तीसगढ़ का राजकीय पशु क्या है?
- छत्तीसगढ़ का राजकीय भाषा क्या है?
- छत्तीसगढ़ का राजकीय फल क्या है?
इत्यादि इसी तरह के सवालों का जवाब मिलेगा तो इस पोस्ट को अंतिम तक जरूर पढ़े। और आप हमारे Site से PDF file फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं।
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छग का राजकीय पशु - वनभैसा /जंगली भैसा(Bubalus Bubalise)
वन भैंसा (Wild Buffalo) हमारे भारत के एक राज्य छत्तीसगढ़ का राजकीय पशु है।
इसका वैज्ञानिक नाम Bubalis bubalis arnee या Bubalus arnee है।
यह Bubalus कुल का सदस्य है।
वन भैंसा को कहीं नामों से जाना जाता है जैसे कि एशियाई भैंस, Asiatic भैंस और जंगली एशियाई भैंस।
इतिहासकारों का मानना है कि बीसवीं सदी की शुरुआत में वन भैंसा अमरकंटक से लेकर बस्तर तक बहुत अधिक संख्या में पाए जाते थे। किंतु धीरे-धीरे इन क्षेत्रों में भी इनकी संख्या कम होती गई।
इसकी संख्या विश्व भर में मात्र 4 हजार ही रह गई है।
और छत्तीसगढ़ में इनकी (वन भैंसा) दर्ज संख्या केवल 8 ही है। 4000 में से 3100 वन भैंसे हमारे भारत में पाए जाते हैं।
दोस्तों ऐसा कहा जाता है कि 1 वन भैंसी अपने जीवन काल में केवल 5 ही बच्चे पैदा कर सकती है।
अभी वर्तमान समय में वनभैंसा प्रमुखत: दंतेवाडा जिले के इन्द्रावती राष्ट्रीय उद्यान एवं उदन्ती अभारण्य में पाया जाता है। और ऐसा कहा जाता है कि इन अभ्यारणों में पाए जाने वाले वन भैंसे सर्वाधिक शुद्ध नस्ल के होते हैं।
वन भैंसा को 1986 से IUCN रेड लिस्ट में लुप्तप्राय (Endangered) के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
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छग का राजकीय पक्षी - पहाड़ी मैना (Gracula Religiosa Peninsularis)
छत्तीसगढ़ का राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना है इसे अंग्रेजी में हिल मैना (Hill Myna) के नाम से जाना जाता है।
पहाड़ी मैना को इसलिए राजकीय पक्षी घोषित किया गया है क्योंकि मैना पक्षी की जनजाति लुप्त होने के कगार पर है।
पहाड़ी मैना की खास बात यह है कि वह इंसान कि तरह बोल सकती है तथा इंसानों से भाषा सीख सकती है।
पहाड़ी मैना का वैज्ञानिक नाम Grakcula Religiosa है।
यह Grakcula कुल का सदस्य है।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में इसे संरक्षित किया गया है।
पहाड़ी मैना भी छत्तीसगढ़ के राजकीय वृक्ष साल की भांति बस्तर में अधिक संख्या में पाया जाता है।
इसके अवैध व्यापार एवं शिकार को रोकने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।
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छग का राजकीय वृक्ष - साल /सरई (Sorea Rubosta)
छत्तीसगढ़ का राजकीय वृक्ष साल (सरगी, सरहि) है।
इसका वैज्ञानिक नाम Shorea Robusta है।
यह डिप्टेरोकापैसी कुल का सदस्य है।
साल का वृक्ष बस्तर जिला में सर्वाधिक संख्या में पाया जाता है। इस कारण से बस्तर को साल वनों का द्वीप का कहा जाता है।
बस्तर की जनजातियां साल के वृक्ष को सरगी, सरही इत्यादि नाम से पुकारते हैं।
साल का वृक्ष लगभग 5 सौ साल तक जीवित रह सकता है।
बस्तर में साल के वृक्ष को देवता का दर्जा दिया गया है।
और आपको जानकर आश्चर्य होगा कि साल के वृक्षों को आदिवासियों द्वारा पूजा जाता है। और साल का वृक्ष छत्तीसगढ़ (वन) के 75% भाग में पाया जाता है। लेकिन लगातार इसकी संख्या में कमी आ रही है।
साल के वृक्ष से इमारती व जलाऊ लकड़ी, साल का बीज, धूप, दोना-पत्तल बनाने के लिए उपयोगी पत्ते, दातून व कई तरह की औषधियां मिलती हैं।
साल वृक्षों की उंचाई 12 से 30 मीटर चौड़ाई 15 से 20 फिट तक होती है।
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छत्तीसगढ़ का राजकीय प्रतीक चिन्ह
36 गढ़ों से घिरा हुआ गोलाकार चिन्ह हर रंग का होता है।
मध्य में अशोक स्तम्भ लाल रंग का होता है ।
धान की बालियाँ सुनहरी रंग का होता है ।
ऊर्जा नीला रंग का होता है।
नदियों का रेखंकित करती लहरें तिरंगा रंग का होता है।
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छग का राजकीय भाषा - छत्तीसगढ़ी
छत्तीसगढी को राज्य भाषा का दर्जा मिल गया है।
25 नवम्बर 2007 को छत्तीसगढ विधानसभा में विधेयक प्रस्तुत किया गया है, इसमें कहा गया है कि छत्तीगढ राज्य के राजकीय प्रयोजनों में प्रयुक्त की जाने वाली भाषा के रूप में हिन्दी भाषा के साथ साथ छत्तीसगढी को अपनाना है। इस विधयेक को सर्वसम्मति से पारित किया गया है।
छत्तीसगढ़ी भाषा दो करोड़ लोगों की मातृभाषा है। छत्तीसगढ़ी और अवधी दोनों का जन्म अर्धमागधी के गर्भ से आज से लगभग 1080 वर्ष पूर्व नवीं-दसवीं शताब्दी में हुआ था।
छत्तीसगढ़ी भाषा की लिपि देवनागरी है और छत्तीसगढ़ी भाषा हिन्दी के अत्यन्त निकट है।
Frequently asked questions (FAQ) about CG ke Rajkiya Pratik Chinh - छग के राजकीय प्रतीक चिन्ह pdf - GyAAnigk
- छत्तीसगढ़ का राजकीय फल क्या है?
छत्तीसगढ़ का राज्यपाल कटहल है।
- छत्तीसगढ़ का राजकीय खेल क्या है?
छत्तीसगढ़ का राजकीय खेल अभी तक घोषित नहीं हुआ है।
- छत्तीसगढ़ का राजकीय मिठाई कौन सा है?
छत्तीसगढ़ का राजकीय "मिठाई पच्ची" को माना जाता है।
- छत्तीसगढ़ का राजकीय गीत कौन सा है?
छत्तीसगढ़ राजकीय गीत के रूप ''अरपा पैरी के धार महानदी हे अपार" को घोषित किया गया है।
अगर आपको भी इस विषय ( CG ke Rajkiya Pratik Chinh - छग के राजकीय प्रतीक चिन्ह pdf - GyAAnigk) के बारे में कुछ भी जानकारी है तो comment box में जरूर बताएं ताकि आपको जो जानकारी है वह सबको प्राप्त हो सके।
आप हमारा अंतिम पोस्ट Aakhir Kya Hai X Y Z Z+ Aur SPG Security jane hindi mein Pdf - GyAAnigk भी पढ़ सकते हैं!
आज का सवाल आपके लिए 👇👇
वन भैंसा कि संख्या विश्व भर में कितनी है?
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उम्मीद करता हूं कि आपको यह पोस्ट CG ke Rajkiya Pratik Chinh - छग के राजकीय प्रतीक चिन्ह pdf - GyAAnigk पढ़कर आपको छत्तीसगढ़ के राजकीय प्रतीकों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो गई होगी।
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Source:- CG ke Rajkiya Pratik Chinh - छग के राजकीय प्रतीक चिन्ह pdf - GyAAnigk